अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

 अनेक शब्दों के लिए एक शब्द

1- जो कभी बूढ़ा न हो – अजर

2- जिसकी कभी मृत्यु न हो- अमर

3- जो दिखाई न दे – अदृश्य

4- जिसे जाना न जा सके- अज्ञेय

5- जो दिया न जा सके – अदेय

6- जो पिया न जा सके- अपेय

7- जो खाया न जा सके- अखाद्य

8- जिसे छूना वर्जित हो – अस्पृश्य

9- जिसे पहले पढ़ा न हो – अपठित

10- जिसे टाला न जा सके- अवश्यम्भावी

11- जिसके बारे में कुछ पता न हो- अज्ञात

12- जिसे जीता न जा सके- अजेय

13- जिसे हराया न जा सके- अपराजेय

14- जिसका उल्लंघन न किया जा सके- अनुलंघनीय

15- पीछे चलने वाला – अनुगामी

16- साथ चलने वाला – सहचर

17- मन की बात जानने वाला- अंतर्यामी

18- सब कुछ देख लेने वाला- सर्वदृष्टा

19- सब कुछ जानने वाला- सर्वज्ञानी, सर्वज्ञ

20- अपने आप में मग्न रहने वाला- अंतर्मुखी

21- सबसे घुल मिल जाने वाला- बहिर्मुखी

22- कुछ न जानने वाला- अज्ञानी

23- रात्रि में घूमने वाला – रात्रिचर, निशाचर

24- प्रतिदिन होने वाला- दैनिक, रोजाना

25- सप्ताह में एक बार होने वाला- साप्ताहिक

26- पंद्रह दिन में एक बार होने वाला- पाक्षिक

27- माह में एक बार होने वाला- मासिक

28- तीन महीने में एक बार होने वाला- त्रैमासिक

29- छः महीने में एक बार होने वाला- अर्द्धवार्षिक, छमाही

30- साल में एक बार होने वाला – वार्षिक, सालाना

31- पूरे जीवन भर – आजीवन

32- करने योग्य कार्य – करणीय

33- जहां कोई इंसान न हो – निर्जन

34- संसार से संबंधित- लौकिक, सांसारिक

35- संसार से बाहर का- अलौकिक, पारलौकिक

36- पूरे दिन के क्रिया-कलाप- दिनचर्या

37- जिसे जीतना कठिन हो- दुर्जय

38- जो हो न सके – असम्भव

39- शाक सब्जी खाने वाला- शाकाहारी

40- मांस खाने वाला- मांसाहारी

41- सब कुछ कहने वाला- सर्वाहारी

42- बहुत कम खाने वाला- अल्पाहारी

43- कड़वे वचन बोलने वाला – कटुभाषी

44- मीठा बोलने वाला – मधुरभाषी

45- कम बोलने वाला- मितभाषी

46- दूसरों की बुराई, निंदा करने वाला- परनिंदक, निंदक

47- बड़ाई या प्रसंशा करने वाला – प्रसंशक

48- जो बोलने में असमर्थ हो – मूक, गूंगा

49- जो सुनने में असमर्थ हो – बधिर, बहरा

50- जो देखने में असमर्थ हो – अंधा

51- जिसका कोई अंग काम न करता हो – विकलांग, दिव्यांग

52- जिसकी बुद्धि बहुत तेज हो – कुशाग्रबुद्धि

53- जिसकी बुद्धि कमजोर हो – मंदबुद्धि

54- आसानी से प्राप्त होने वाला – सुलभ

55- बहुत कठिनाई से मिलने वाला – दुर्लभ

56- जिसे करना कठिन हो – दुष्कर

57- जिसे कोई शोक न हो – अशोक

58- दूसरों से जलन रखने वाला – ईर्ष्यालु

59- दूसरों का उपकार करने वाला – परोपकारी

60- सुख दुख में समान रहने वाला – स्थिरप्रज्ञ

61- जिसका मूल्य न बताया जा सके – अमूल्य

62- जिसका कोई सगा-सम्बन्धी न हो – अनाथ

63- भाग्य जिसका साथ न दे – अभागा

64- जो पहले कभी न हुआ हो – अभूतपूर्व

65- जो शीघ्र ही मरने वाला हो – मरणासन्न

66- जिसे पड़ से हटा दिया गया हो- पदच्युत

67- दूसरों की भलाई के लिए सोचने वाला – शुभचिंतक

68- जिसकी मृत्यु हो गयी हो- स्वर्गीय, मृत

69- लम्बे समय तक जीवित रहने वाला – चिरंजीवी

70- जिसका जीवन दूसरों पर आश्रित हो – परजीवी

71- जो दूर की सोचता हो – दूरदर्शी

72- धरती और आकाश के बीच का स्थान- अंतरिक्ष

73- किसी देश के अंदर के मामले- अंतर्देशीय

74- जो बीत चुका हो – अतीत, भूत,

75- जो इंद्रियों के द्वारा न जाना जा सके- अगोचर

76- जिसने इंद्रियों को वश में कर लिया है- जितेंद्रिय

77- दोपहर के पहले का समय – पूर्वाह्न

78- दोपहर के बाद का समय- अपराह्न

79- जिसका त्याग न किया जा सके- अपरिहार्य

80- जिसका अनुभव किया जा चुका हो – अनुभूत

81- बिना वेतन काम करने वाला – अवैतनिक

82- जिसका कोई शत्रु न हो – अजातशत्रु

83- जिसके पास कुछ न हो – अकिंचन

84- जो कानून के विरुद्ध हो – अवैधानिक, अवैध

85- जो तोला या नापा न जा सके – अपरिमेय

86- जिसका इलाज न हो सके – असाध्य

87- जिसका मन कहीं और लगा हो – अन्यमनस्क

88- आवश्यकता से अधिक संग्रह न करना – अपरिग्रह

89- सामान्य नियम के विरुद्ध – अपवाद

90- अनुचित खर्च करने वाला – अपव्ययी

91- जिसका कभी अंत न हो- अनंत

92- जिसके समान कोई दूसरा न हो – अद्वितीय

93- जिसका खण्डन न किया जा सके – अकाट्य

94- जिसपर मुकदमा चल रहा हो – अभियुक्त,

95- जिसकी कोई सीमा न हो – असीम

96- जिसके आने की कोई तिथिं न हो – अतिथि

97- जो घूमता फिरता आ जाए – आगंतुक

98- ऊपर चढ़ने वाला- आरोही

99- जो ऊपर कहा गया हो- उपर्युक्त

100- किसी के बाद उसके पद यत् संपत्ति को ग्रहण करने वाला – उत्तराधिकारी

101- जो जमीन उपजाऊ हो – उर्वरा

102- जिसका उल्लेख करना आवश्यक हो- उल्लेखनीय

103- जल और जमीन दोनों पर चलने वाला- उभयचर

104- खाने के बाद बचा हुआ जूठन- उच्छिष्ट

105- जिस जमीन पर कुछ उत्पन्न न हो – ऊसर

106- एक ही आदमी का अधिकार – एकाधिकार

107- इतिहास से संबंधित – ऐतिहासिक

108- इंद्रियों से सम्बंधित – ऐन्द्रिक

109- जो अपनी इच्छा पर निर्भर हो – ऐच्छिक

110- अपनी विवाहिता पत्नी से उत्पन्न पुत्र – औरस

111- ऊपरी आचरण – औपचारिक

112- कर्तव्य न सूझ रहा हो- किंकर्तव्यविमूढ़

113- भूख-प्यास और भय से घबराया हुआ – कातर, अधीर

114- कथा जो जनसामान्य में प्रचलित हो- किंवदंती

115- किसका ज्ञान सीमित हो, जो एक ही स्थान के बारे में जानता हो – कूपमंडूक

116- जो खरीदा गया हो – क्रीत

117- किये गए अहसान को भूल जाने वाला – अहसानफरामोश, कृतघ्न118- उपकार मानने वाला – कृतज्ञ

119- कार्य हो जाने से संतुष्ट – कृतार्थ

120- किसी वस्तु को देखने अथवा सुनने की प्रबल इच्छा – कौतूहल

121- कविता लिखने वाली स्त्री – कवयित्री

122- सारे शरीर की हड्डियों का ढांचा – कंकाल

123- बाधाओं या कांटों से भरा मार्ग – कंटकाकीर्ण

124- कमल के समान सुंदर आंखों वाली – कमलनयनी

125- किसी विचार को कार्य रूप में बदलना – कार्यान्वयन

126- जो काम से जी चुराता हो – कामचोर

127- जो अच्छे चाल चलन का न हो – कुचाली

128- मन गढ़ंत बात – कपोलकल्पित

129- काम में लगा रहने वाला – कर्मठ

130- लता बेलों से घिरा सुंदर स्थान – कुंज

131- ऐसा ग्रहण जिसमें सूर्य या चन्द्रमा पूरा ढंक जाए- खग्रास

132- जो आकाश में चलता हो – खेचर, नभचर

133- खाने योग्य पदार्थ – खाद्य

134- आकाश को चूमने या छूने वाला – गगनचुंबी

135- दिन और रात के बीच का समय – गोधूलि

136- जो भोजन देर से पचे – गरिष्ठ

137- जिसके सिर पर बाल न हो – गंजा

138- गंगा से उतपन्न या सम्बंधित – गांगेय

139- घुलने योग्य पदार्थ – घुलनशील

140- जिसका राज्य पूरी पृथ्वी पर हो – चक्रवर्ती

141- जो सदा से चला आ रहा हो – चिरन्तन, शाश्वत

142- जिसके चार पैर हों – चतुष्पद

143- अपने लाभ के लिए किसी की प्रशंसा करने वाला – चाटुकार

144- ऐसा काव्य जिसमें गद्य और पद्य दोनों हों – चम्पू

145- चारों ओर की सीमा – चौहद्दी

146- बरसात के चार महीने- चौमासा

147- छिपे वेश में रहना – छद्मवेश

148- किसी में दोष ढूढना – छिद्रान्वेषण

149- किसी पर आरोप लगा कर छेड़ना – छींटाकसी

150- जनता द्वारा चलाया जाने वाला शासन – जनतंत्र

151- जीने की प्रबल इच्छा – जिजीविषा

152- किसी पर विजय पाने की इच्छा – जिगीषा

153- जानने की इच्छा रखने वाला – जिज्ञासु

154- जो संतान अवैध हो – जारज

155- जल में चलने वाला यान – जलयान

156- जन्म से सौ वर्ष का समय – जन्मशती, जन्मशताब्दी

157- जो जन्म से ही अंधा हो – जन्मांध

158- बुढ़ापे के कारण जर्जर – जराजीर्ण

159- पेट की अग्नि – जठराग्नि

160- जंगल की आग – दावानल


161- पति का बड़ा भाई – जेठ

162- बेटी का पति – जामाता, दामाद

163- स्वाभावतः झगड़ा करने वाला – झगड़ालू

164- किसी विषय पर अपना मत रखना – टिप्पणी

165- सिक्के ढलने के कारखाना – टकसाल

166- चारों ओर से जल से घिरी जमीन – टापू

167- जिसमें बाण रखे जाते हैं – तरकश, तूणीर

168- तर्क के आधार पर ठीक हो – तार्किक, तर्कसंगत

169- भूत, भविष्य, वर्तमान तीनों काल को जानने वाला – त्रिकालज्ञ

170- जो त्याग देने लायक हो – त्याज्य

171- विवाद या गुटबाजी से अलग रहने वाला – तटस्थ

172- जिसको त्याग दिया गया हो – त्यक्त

173- काम में निष्ठापूर्वक लगा हुआ – तत्पर

174- एक व्यक्ति द्वारा चलाया जाने वाला मनमाना शासन- तानाशाही

175- करचोरी से प्रतिबंधित माल बेचने वाला – तस्कर

176- जो देवताओं के योग्य हो – दिव्य

177- गोद लिया हुआ पुत्र – दत्तक

178- जहां जाना कठिन हो – दुर्गम

179- पति- पत्नी का जोड़ा – दम्पति

180- दण्ड दिए जाने योग्य – दंडनीय

181- जिसका मुख्य दाईं ओर हो –दक्षिणावर्त, दक्षिणाभिमुखी

182- पूरी तरह मन लगाकर – दत्तचित्त

183- बुरे चरित्र वाला – दुश्चरित्र

184- जिसे करना बहुत कठिन हो – दुष्कर

185- जो अपनी प्रतिज्ञा पर दृढ़ रहता हो – दृढ़प्रतिज्ञ

186- अपने देश से विश्वासघात करने वाला – देशद्रोही

187- तेज गति से जाने वाला – द्रुतगामी

188- ऐसा अकाल जिसमें भिक्षा देना भी कठिन हो – दुर्भिक्ष

189- जिसे भेदना कठिन हो – दुर्भेद्य

190- जिसका समाधान कठिन हो – दुःसाध्य

191- अनुचित बात के लिए आग्रह करना – दुराग्रह

192- जिसे पूजा द्वारा प्रसन्न करना कठिन हो – दुराराध्य

193- जिसके दश मुंह हों – दशानन, दशमुख

194- जिस पर तिथि या दिनांक अंकित हो – दिनांकित

195- जो अपने ऋण चुकाने में असमर्थ हो – दिवालिया

196- जिसकी बाहें घुटनों तक लम्बी हों – आजानुबाहु

197- जो देखने योग्य हो – दर्शनीय

198- पुराने संकुचित विचारों वाला – दकियानूस

199- विवाह के बाद बहू का दोबारा ससुराल आना – द्विरागमन

200- जिसे दबाया/ पीड़ित किया गया हो – दलित

201- नजर का दोष होना – दृष्टिदोष

202- दो भाषाएं बोलने वाला – द्विभाषी,

203- दो भिन्न भाषा बोलने वालों के बीच मध्यस्थता करने वाला – द्विभाषिया

204- जो वस्तु दूसरों के यहां रखी हो – धरोहर

205- धन देने वाली – धनदा

206- धार्मिक सिद्धान्तो के अनुसार आचरण करने वाला – धर्मात्मा

207- धनुष धारण करने वाला – धनुर्धर

208- यात्रियों के लिए बने आश्रय स्थल – धर्मशाला

209- मछली पकड़ने वाली जाति – धीवर

210- जिसकी धर्म में निष्ठा हो – धर्मनिष्ठ

211- जो गिनती के योग्य न हो – नगण्य

212- जो ईश्वर को न मानता हो – नास्तिक

213- ईश्वर में विश्वास रखने वाला – आस्तिक

214- जो निंदा के योग्य हो – निंदनीय

215- जो कामना रहित हो – निष्काम

216- जो नीचे लिखा गया हो- निम्नलिखित

217- जो भयभीत न होता हो – निर्भीक, अभय

218- बिना मांस का – निरामिष

219- जिसके मन में दया न हो – निर्दयी

220- जिसके हृदय में ममता न हो – निर्मम

221- बिना किसी फीस/ शुल्क का – निःशुल्क

222- जो चिंता से रहित हो – निश्चिंत

223- जिसका कोई आधार न हो – निराधार

224- जो विषय भोग से रहित हो – निरीह

225- जिसको किसी प्रकार का लोभ न हो – निस्पृह

226- जिसका कोई आसरा न हो – निराश्रय

227- जो नष्ट होने वाला हो – नश्वर

228- जिसे अक्षर ज्ञान न हो – निरक्षर

229- जिसके पास शक्ति का अभाव हो – निर्बल, दुर्बल

230- जो हर बात में निराशा प्रकट करता हो – निराशावादी

231- रात्रि के मध्य भाग का समय – निशीथ

232- जिस पर किसी प्रकार का अंकुश न हो – निरंकुश

233- जिसके पास कोई उत्तर न हो – निरुत्तर

234- बिना पलक झपकाए लगातार देखना – निर्निमेष

235- जिसका कोई आकार न हो – निराकार

236- सरकारी अधिकारियों का शासन – नौकरशाही, लालफीताशाही

237- जिसके विषय में कोई मतभेद या विवाद न हो – निर्विवाद

238- जो नया आया हो – नवागत

239- जहां किसी बात का डर या खतरा न हो – निरापद

240- देश के बाहर माल भेजना – निर्यात

241- दूसरे देश से माल लेना – आयात

242- जिसका निषेध किया गया हो – निषिद्ध

243- जिसपर कोई कलंक न लगा हो – निष्कलंक

244- जिसने कभी पाप न किया हो – निष्पाप

245- जिसमें तेज न हो – निष्तेज

246- जिसकी सहायता करने वाला कोई न हो – निस्सहाय

247- नीति का ज्ञान रखने वाला – नीतिज्ञ

248- जिसकी आशा न की गयी हो – अप्रत्याशित

249- बिना जड़ का – निर्मूल

250- हाल ही में पैदा हुआ – नवजात

251- हाल में ब्याही वधू – नववधू

252- नगर में रहने वाला – नागरिक

253- पुत्री की पुत्री – नातिन

254- नरक से संबंधित या नरक में रहने वाला – नारकीय

255- जिसमें शब्द न हो रहा हो – निःशब्द

256- जिसकी कोई संतान न हो – निःसंतान

257- जिसे देश से निकाला गया हो – निर्वासित

258- जिसे कोई रोग न हो – निरोग

259- जिसकी उपमा न दी जा सके – निरुपम

260- सिर से पाँव तक के सब अंग – नखशिख

261- नया उदय होने वाला – नवोदित

262- जिसका गला नीले रंग का है – नीलकंठ

263- जिसका कोई अर्थ न हो – निरर्थक

264- निम्न कोटि का – निकृष्ट

265- जो शंका करने वाला योग्य न हो – निःशंक

266- जो दूसरे के अधीन हो – परतंत्र

267- मिट्टी का बना हुआ या पृथ्वी से संबंधित – पार्थिव

268- जो सुख दुख से परे हो – परमहंस

269- जो प्रशंसा के योग्य हो – प्रशंसनीय

270- जो देखने में प्रिय लगे – प्रियदर्शी

271- पद का लालची – पदलोलुप

272- जिसकी पूजा की जा सके – पूजनीय

273- इतिहास लेखन से पहले का – प्रागैतिहासिक

274- पिता से प्राप्त की हुई संपत्ति – पैतृक

275- पत्ते की बनी हुई कुटी – पर्णकुटी

276- आंखों के सामने – प्रत्यक्ष

277- उपकार के बदले किया गया उपकार – प्रत्युपकार

278- जो गिरा हुआ हो – पतित

279- जिसका जन्म शरीर से हो – पिंडज

280- किये हुए पाप को स्वीकार कर दण्ड भोगना – प्रायश्चित

281- परिश्रम के बदले मिला हुआ धन आदि – पारिश्रमिक

282- पशुओं का या पशुओं जैसा – पाशविक

283- जिसे पीने की तीव्र इच्छा हो – पिपासु

284- किसी के निधन की वार्षिक तिथिं – पुण्यतिथि

285- अपने पुत्र की पत्नी – पुत्रवधू

286- किसी बात को दोबारा कहना – पुनरुक्ति

287- जिसकी प्रतिष्ठा या सम्मान हो – प्रतिष्ठित

288- जिसके आर पार देखा जा सके – पारदर्शी

289- जो कहीं जाकर वापस लौट आया हो- प्रत्यागत

290- ठीक समय पर तुरंत उपाय सोच लेने वाला- प्रत्युतपन्नमति

291- जो प्रमाण से सिद्ध हो सके – प्रमेय

292- विदेश में रहने वाला व्यक्ति – प्रवासी

293- प्रश्न के रूप में पूछने योग्य – प्रष्टव्य

294- स्त्री जिसने बच्चे को जन्म दिया हो – प्रसूता

295- हास्य रस प्रधान नाटक – प्रहसन

296- किसी टूटी फूटी वस्तु का फिर से निर्माण – पुनर्निर्माण

297- जिसकी कामना पूरी हो गयी हो – पूर्णकाम

298- किसी प्रश्नपत्र के लिए निर्धारित अंक, पूरे अंक – पूर्णांक

299- पुत्र का पुत्र – पौत्र

300- पुत्र की पुत्री – पौत्री

301- जिसको दंडित किया गया हो – प्रताड़ित

302- किसी जगह से टकराकर वापस आयी ध्वनि – प्रतिध्वनि

303- दूसरे या विरोधी पक्ष का – प्रतिपक्षी

304- पिता का पिता – पितामह

305- पिता के पिता के पिता – प्रपितामह

306- हाथ से लिखी गयी पुस्तक – पांडुलिपि

307- किसी स्त्री को पत्नी के रूप में स्वीकार करने के लिए उसका हाथ पकड़ना – पाणिग्रहण

308- अगुआ बनकर मार्ग दिखाने वाला – पथप्रदर्शक

309- जिसकी परीक्षा ली जा चुकी हो – परीक्षित

310- अधिक बकवास करने वाला – प्रगल्भ

311- प्रिय बोलने वाली स्त्री – प्रियंवदा

312- प्रिय बोलने वाला – प्रियवादी

313- परपुरुष से प्रेम करने वाली स्त्री – परकीया

314- दूध, दही, घी, शक्कर, शहद से बना मिश्रण – पंचामृत

315- जो दूसरों के आश्रय में रहता हो – पराश्रित

316- जान पहचान वाला – परिचित

317- जिसे पति ने त्याग दिया हो – परित्यक्ता

318- पूर्ण रूप से पका हुआ – परिपक्व

319- पहरा देने वाला – प्रहरी

320- अपने पति से सच्चा प्रेम करने वाली स्त्री – पतिव्रता

321- शरीर की मांसपेशियों का शिथिल हो जाना – पक्षाघात, लकवा

322- जो निगाहों से ओझल हो – परोक्ष, अप्रत्यक्ष

323- शीघ्र आग पकड़ने वाला – ज्वलनशील

324- ऐसा वाक्य या पद जिसका उत्तर खोजना पड़े – पहेली, प्रहेलिका

325- लौटकर आया हुआ – प्रत्यावर्ती

326- पुस्तक में बाद में जोड़ा गया अंश – परिशिष्ट

327- मुकदमे का दूसरा पक्षकार – प्रतिवादी

328- पर्दे में रहने वाली – पर्दानशीं

329- जो शुद्ध किया जा चुका हो – परिमार्जित

330- वापस बुलाया हुआ – प्रत्याहूत

331- चारों ओर से घिरा हुआ – परिवेष्टित

332- प्रतियोगिता के विजेताओं को दिया जाने वाला उपहार – पारितोषिक

333- जो देश विदेश का भ्रमण करता हो – पर्यटक

334- किसी आरोप के उत्तर में लगाया जाने वाला आरोप – प्रत्यारोप

335- समान रूप से आगे बढ़ने की चेष्टा – प्रतिस्पर्धा

336- किसी विषय में पूरी तरह निपुण – पारंगत

337- रात्रि का प्रथम प्रहर/ संध्याकाल – प्रदोष

338- प्रयास करना जिसका स्वभाव हो – प्रयत्नशील

339- जो केवल फल खाकर रहता हो – फलाहारी

340- जिसमें शोभा के लिए फूल रखे जाते हैं – फूलदान

341- जिस स्थान पर बैठकर जुआँ खेला जाता है – फड़

342- घूम फिरकर सामान बेचने वाला – फेरीवाला

343- गैरजरूरी चीजों पर खर्च करने वाला – फिजूलखर्च

344- जिसके जोड़ का दूसरा न हो – बेजोड़

345- सूर्योदय से पूर्व दो घड़ी का समय – ब्रम्हमुहूर्त

346- जिसे समाज, जाति या किसी स्थान से बाहर निकाल दिया गया हो – बहिष्कृत

347- जिसकी जीविका बुद्धि संबंधी कामों से चलती हो – बुद्धिजीवी

348- खाने की इच्छा – बुभुक्षा

349- बहुत से रूप धारण करने वाला – बहुरूपिया

350- जो बहुत सी भाषाएं जानता हो – बहुभाषाविद, बहुभाषी

351- छोटे कद का आदमी – बौना

352- क्रोध करने वाली स्त्री – भामिनी

353- भाग्य पर विश्वास करने वाला – भाग्यवादी

354- जो भाषा का ज्ञाता हो – भाषाविद

355- आगे घटित होने वाला – भावी

356- जमीन के अंदर के विज्ञान का जानकार – भूगर्भशास्त्री

357- किसी पद पर पहले रह चुका व्यक्ति – भूतपूर्व

358- भूगोल से सम्बंधित – भौगोलिक

359- किसी टूटी इमारत का बचा खुचा भाग – भग्नावशेष

360- मरने की इच्छा रखने वाला – मुमूर्ष

361- जो भविष्य में निश्चित घटित हो – भवितव्यता

362- जिसे मोक्ष प्राप्त करने की इच्छा हो – मुमुक्ष

363- फूलों का मधु या पराग – मकरन्द

364- मन को हर लेने वाला – मनोहर

365- मनुष्य जाति से परे/ अलग – मानवेतर

366- मन से चुना हुआ – मनोनीत

367- मन के मलिन या दुखी होने का भाव – मनोमालिन्य

368- मन की अवस्था – मनोवृत्ति

369- असाधारण बुद्धि वाला – मेधावी

370- मन की या गूढ़ बात जानने वाला – मर्मज्ञ

371- जिसके मन को चोट पहुंची हो – मर्माहत

372- जो फूल पूर्ण रूप से विकसित न हुआ हो – मुकुल

373- अपनी शक्ति भर – यथाशक्ति

374- जितना संभव हो – यथासंभव

375- युद्ध करने की प्रबल इच्छा – युयुत्सा

376- अपने समय/ युग का महान व्यक्ति – युगपुरुष

377- मांगने या याचना करने वाला – याचक

378- हमेशा घूमते रहने वाला – यायावर

379- जो युद्ध में स्थिर रहता हो – युधिष्ठिर

380- खून से रंगा हुआ – रक्तरंजित

381- नाटक का मंच – रंगमंच

382- जिसके रोंगटे खड़े हो गए हों – रोमांचित

383- राज्य द्वारा प्रकाशित आधिकारिक पत्र – राजपत्र

384- पुलिस या सेना भर्ती नया जवान – रंगरूट

385- वह धन जो कर या अन्य रूप में राजा या राज्य को मिलता है – राजस्व

386- वह काव्य जिसका अभिनय किया जाए – रूपक

387- पूरा लाभ पाने की चाह – लिप्सा

388- लोक में प्रचलित वस्तुओं से बढ़कर – लोकोत्तर

389- आय- व्यय, लेन-देन का लेखा जोखा रखने वाला – लेखाकार

390- जनसामान्य द्वारा गाये जाने वाले गीत – लोकगीत

391- जिसकी खूब प्रतिष्ठा हो – लब्धप्रतिष्ठ

392- जिसका वर्णन न किया जा सके- अवर्णनीय

393- भगवान विष्णु का अनुयायी सम्प्रदाय – वैष्णव

394- अनुचित और अवैध यौन संबंध रखने वाला – व्यभिचारी

395- जो सबमें व्याप्त हो – विभु

396- जो कानून की दृष्टि में सही हो – वैध

397- किसी विषय को विशेष रूप से जानने वाला – विशेषज्ञ

398- जो बढ़ रहा हो – वर्द्धमान

399- जिस कन्या के विवाह का वचन दिया गया हो- वाग्दत्ता

400- जिस स्त्री का पति जीवित न हो – विधवा

401- जिसकी पत्नी जीवित न हो – विधुर

402- कानून का मसौदा – विधयेक

403- जिसे जीत लिया गया हो- विजित

404- व्याकरण को जानने वाला – वैयाकरण

405- विज्ञान को जानने वाला – वैज्ञानिक

406- जिस स्त्री को संतान पैदा होती हो – वंध्या

407- तारों से भरी रात – विभावरी

408- अधिक बोलने वाला – वाचाल

409- बाल्यावस्था और युवावस्था के बीच का समय – वयःसंधि

410- जो पूरे विश्व मे प्रसिद्ध हो – विश्वविख्यात

411- जो अपने धर्म के विरुद्ध आचरण करता हो – विधर्मी

412- जिसमें कोई विकार हो – विकृत

413- चांदनी रात – शर्वरी

414- जिसे शब्दों से न कहा जा सके – शब्दातीत

415- समान रूप से ठंडा और गर्म – शीतोष्ण

416- जो देवी का उपासक हो – शाक्त

417- सिर पर धारण करने योग्य – शिरोधार्य

418- जो सुनने योग्य हो – श्रव्य

419- जो सबको एक समान देखता हो – समदर्शी

420- जो सबको प्राप्त हो सके – सर्वसुलभ

421- जिस स्त्री का पति जीवित हो – सधवा, सौभाग्यवती

422- एक ही जाति का – सजातीय

423- उच्चवर्ग का शासन – सामन्तशाही

424- अपनी इच्छानुसार आचरण करने वाला – स्वेच्छाचारी

425- जिसका स्वभाव स्त्रियों जैसा हो – स्त्रैण


426- अलग अलग अवयवों को एक में जोड़ना – संश्लेषण

427- जिसके बारे में संदेह हो – संदिग्ध

428- कुछ शर्तों पर कार्य करने कराने का समझौता – संविदा

429- दो भिन्न तत्वों के मिलन से उतपन्न – संकर

430- दो धाराओं या नदियों के मिलन का स्थान – संगम

431- साथ कार्य करने वाला – सहकर्मी

432- जो सबके उपयोग के लिए हो – सार्वजनिक

433- जो बाएं हाथ से काम करता हो – सव्यसाँची

434- एक ही माता के पेट से उतपन्न – सहोदर

435- वर्तमान या सही समय पर होने वाला – सामयिक

436- जो एक जगह से दूसरी जगह ले जाया जा सके – स्थावर

437- सब जगह समान रूप से होने वाला – सार्वभौम

438- किसी से आगे निकल जाने की प्रबल इच्छा – स्पर्द्धा

439- जो अपने आप उत्पन्न हुआ हो – स्वयंभू

440- जो स्मरण रखने योग्य हो – स्मरणीय

441- जिसकी गर्दन/ ग्रीवा सुंदर हो – सुग्रीव

442- पसीने से उत्पन्न होने वाला – स्वेदज

443- अपने भरोसे रहने वाला – स्वावलम्बी

444- अपने मन की प्रसन्नता के लिए – स्वान्तः सुखाय

445- समान आयु के लोग – समवयस्क

446- दूसरे के स्थान पर अस्थायी रूप से काम करने वाला – स्थानापन्न

447- प्राणों पर संकट लाने वाला – सांघातिक

448- हाथ की कारीगरी – हस्त कौशल, हस्त लाघव

449- हित चाहने वाला – हितैषी

450- सरलतापूर्वक हाथ में आ जाने वाली पुस्तक- हस्तपुस्तिका

451- जिसने अच्छे कार्य के लिए प्राण दे दिए – हुतात्मा

452- जो क्षमा करने योग्य हो – क्षम्य

453- जहां पृथ्वी और आकाश मिलते दिखाई दें – क्षितिज

454- जो भूख से व्याकुल हो – क्षुधातुर

455- क्षण भर में नष्ट हो जाने वाला – क्षणभंगुर

456- जो छुटकारा दिलाता हो – त्राता

457- जो जानने योग हो – ज्ञातव्य

458- नाक से रक्त बहने का रोग – नकसीर

459- फेंककर चलाया जाने वाला हथियार – अस्त्र

460- हाथ में पकड़कर चलाया जाने वाला हथियार – शस्त्र

461- अपनी सीमा का उल्लंघन करके दूसरे की सीमा में प्रवेश – अतिक्रमण

462- जो दबाया न जा सके – अदम्य

463- कर या शुल्क का वह भाग जो अधिक लिया जाता है – अधिभार

464- सरकार द्वारा घोषित या सरकारी गजट में प्रकाशित सूचना – अधिसूचना

465- नीचे की ओर मुख किये हुए – अधोमुख

466- जिसका कोई निश्चित घर न हो – अनिकेत

467- नीचे की ओर खींचने वाला – अपकर्ष

468- जो किसी की ओर मुख किये हो – अभिमुख

469- जिसका जन्म उच्च कुल में हुआ हो – अभिजात

470- किसी वस्तु का भीतरी भाग – अभ्यन्तर

471- सरकार द्वारा दूसरे देश की मुद्रा की तुलना में अपने देश की मुद्रा का मूल्य कम कर देना – अवमूल्यन

472- महल का भीतरी भाग – अन्तःपुर

473- जिसका जन्म छोटी जाति में हुआ हो – अन्त्यज

474- अपने हिस्से या अंश के रूप में कुछ दान करना- अंशदान

475- वर्षा का अभाव होना – अनावृष्टि

476- पृथ्वी की वह शक्ति जो सभी चीजों को अपनी ओर खींचती है – गुरुत्वाकर्षण

477- गणित के जानकार – गणितज्ञ

478- जो अच्छे कुल में उत्पन्न हुआ हो – कुलीन

479- जो विलंब या टालमटोल से काम करेही दीर्घसूत्री

480- दो वेदों को जानने वाला _ – द्विवेदी

481- तीन वेदों को जानने वाला – त्रिवेदी

482- चार वेदों को जानने वाला – चुतर्वेदी

483- सदा प्रसन्न रहने वाला या कला प्रेमी नायक – धीरललित

484- शक्तिशाली, दयालु और योद्धा नायक – धीरोदात्त

485- बहुत चंचल, दुष्ट और अपनी प्रसंशा करने वाला नायक – धीरोद्धत

486- पिता की हत्या करने वाला – पितृहन्ता

487- सोलह वर्ष की लड़की – षोडशी

488- सत्य के प्रति आग्रह – सत्याग्रह

489- बिजली की तरह चमक वाला – विद्युत्प्रभ

490- रात को न दिखाई देने वाला रोग – रतौन्धी

491- अपनी इच्छा से दूसरों की सेवा करने वाला – स्वयंसेवक

492- हृदय को विदीर्ण (तोड़ने) करने वाला- हृदयविदारक

493- जिसकी भुजाएं बड़ी हों – महाबाहु

494- जो सम्मान के योग्य हो – माननीय

495- माता की हत्या करने वाला – मातृहन्ता

496- मेघ की तरह आवाज करने वाला – मेघनाद

497- मुद्रा के अधिक प्रचलन में होने की स्थिति – मुद्रास्फीति

498- जो एक स्थान पर टिककर नहीं रहता – यायावर

499- परिवर्तन या बदलाव लाने वाला – प्रवर्तक

500- वात, पित्त और कफ का दोष – त्रिदोष

501- ऋणके रूप में आर्थिक सहायता – तकावी

502- शीतल, मन्द और सुगंधित वायु – त्रिविधवायु

503- जो दर्शन शास्त्र का ज्ञाता हो – दार्शनिक

504- जिसने गुरु से दीक्षा ली हो – दीक्षित

505- दैव या भाग्य की बात जानने वाला, ज्योतिषी – दैवज्ञ

506- देखने की इच्छा – दिदृक्षा

507- अपने प्राण स्वयं लेने वाला – आत्मघाती

508- दूसरे के लिए स्वयं को संकट में डालना – आत्मोत्सर्ग

509- आदि से अंत तक – आद्योपांत

510- तो तत्काल कविता की रचना कर दे – आशुकवि



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